लिंक
| रदीफ़ | शीर्षक | डाउनलोड | प्ररूप | |
|---|---|---|---|---|
| 106 | जब गुनाहों से माफ़ी की तल्बी चाहते या अपने ऐबों से दरगुज़र की इल्तेजा करते तो यह दुआ पढ़ते | ![]() | ||
| 107 | जब बादल और बिजली को देखते और कड़क कि आवाज़ सुनते तो यह दुआ पढ़ते | ![]() | ||
| 108 | जवानों को इमाम अली (अ) की वसीयतें | ![]() | ||
| 109 | जामेए नहजुल बलाग़ा | ![]() | ||
| 110 | जुमा और ईदों के दिन की दुआ | ![]() | ||
| 111 | दुआ 1 | ![]() | ||
| 112 | दुआ 10 | ![]() | ||
| 113 | दुआ 11 | ![]() | ||
| 114 | दुआ 12 | ![]() | ||
| 115 | दुआ 13 | ![]() | ||
| 116 | दुआ 14 | ![]() | ||
| 117 | दुआ 15 | ![]() | ||
| 118 | दुआ 16 | ![]() | ||
| 119 | दुआ 17 | ![]() | ||
| 120 | दुआ 18 | ![]() |

